भारतीय सेना का खौफः लद्दाख में तैनाती की सुनकर चीनी सैनिक रोने लगे

ताईवान। भारत-चीन के बीच लद्दाख में कई महीनों से चल रहे सीमा विवाद के चलते हालात तनावपूर्ण हैं। दोनों देशों की सेनाओं ने एलएसी पर बड़ी संख्या में सैनिकों की तैनाती कर रखी है। चीनी सैनिकों के बीच भारतीय जवानों को लेकर काफी घबराहट है। पड़ोसी देश के सैनिकों में इस कदर डर है कि जैसे ही चीनी सैनिकों को पता चला कि उनकी तैनाती लद्दाख में भारत-चीन की सीमा पर होने वाली है, उनके आंखों में आंसू आ गए। सोशल मीडिया पर पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) के रोने का वीडियो वायरल हो रहा है। इस वीडियो में दावा किया जा रहा है कि चीनी सैनिकों के रोने की वजह उनकी लद्दाख में होने वाली तैनाती है।

Fear of Indian Army: Chinese soldiers cry on hearing of deployment in Ladakh

Taiwan. The situation is tense due to the India-China border dispute in Ladakh for several months. The armies of both countries have deployed large numbers of troops on LAC. There is a lot of panic among the Chinese soldiers about the Indian soldiers. The soldiers of the neighboring country are so afraid that as soon as the Chinese soldiers came to know that their deployment is going to be on the Indo-China border in Ladakh, they got tears in their eyes. The video of the People’s Liberation Army (PLA) crying on social media is going viral. In this video, it is being claimed that the reason for the crying of Chinese soldiers is due to their deployment in Ladakh.

पाकिस्तान के कॉमेडियन जैद हामिद ने 22 सितंबर को फेसबुक पर एक वीडियो पोस्ट किया। इस वीडियो में, कुछ चीनी सैनिक एक बस में बैठे हुए दिखाई दे रहे हैं। वे सभी रो रहे हैं, क्योंकि उनकी पोस्टिंग लद्दाख की सीमा पर होने जा रही है। ताइवान न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, बस में सवार चीनी सैनिक पीएलए के गाने श्ग्रीन फ्लावर्स इन द आर्मीश् गाने को भी बहुत मुश्किल से गा पा रहे हैं।

यह वीडियो सबसे पहले वीचौट के फुयांग सिटी वीकली के पेज पर अपलोड किया गया था, लेकिन बाद में उसे वहां से हटा दिया गया। ओरिजनल फुटेज में यिंगझोउ जिले के फुयांग सिटी के दस नए सैनिक दिखाई दे रहे हैं। वीडियो के जरिए से दावा किया गया है कि सभी ताजा भर्तियां कथित तौर पर कॉलेज के छात्रों की थीं और उनमें से पांच ने श्तिब्बत में सेवा करने के लिए स्वेच्छा से चुना था।

ताइवान न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक, यह वीडियो कथित तौर पर फूयांग रेलवे स्टेशन पर शूट किया गया था, जब सैनिक हुबेई प्रांत के एक सैन्य शिविर में जाने की तैयारी कर रहे थे। ट्विटर पर भी एक चीनी यूजर ने वीडियो को फिर से पोस्ट किया है।

कोर कमांडर स्तर की वार्ता

महीनों से चले आ रहे भारत-चीन में तनाव के बीच सोमवार को दोनों पक्षों में कोर कमांडर स्तर की वार्ता हुई थी। तकरीबन 13 घंटे तक चली इस वार्ता के बाद संयुक्त बयान जारी किया गया था। बयान के अनुसार, दोनों देशों ने एलएसी के अग्रिम इलाकों में और सैनिकों की तैनाती नहीं करने पर सहमति जताई है। इसके अलावा, किसी भी गलतफहमी में नहीं आने और तनाव को स्थिर करने को लेकर भी सहमत हुए हैं।

Related posts